मंत्र : देवी देवताओं के मंत्र और बीज मंत्र

मंत्रों का महत्व :

देवी देवताओं के मंत्र हमें भगवान के साथ अद्भुत संबंध स्थापित करने का एक सुंदर तरीका प्रदान करते हैं। इन्हें नियमित रूप से जापने से हम अपने जीवन को समृद्धि, शांति, और सुख-शांति से भर देते हैं।

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इस रूप में, हमें इन मंत्रों को सही तरीके से उपयोग करने का महत्व समझना चाहिए ताकि हम अपने जीवन को बेहतर बना सकें। हमारी उपासना में सफलता प्राप्त करने के लिए, इन मंत्रों का सटीक और नियमित उपयोग करें और अपने जीवन को भगवानी की कृपा से आशीर्वादित करें।

सनातन धरोहर में, देवी देवताओं के मंत्रों का विशेष महत्व है। ये मंत्र न केवल हमारी भक्ति को सुन्दर बनाते हैं, बल्कि हमें आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग प्रदान करते हैं।

देवी देवताओं के मंत्र: एक सारांश

जब हम बात करते हैं “सारे देवी देवताओं के सारे मंत्र,” तो हम ब्रह्मा, विष्णु, महेश, लक्ष्मी, सरस्वती, दुर्गा, हनुमान, और अनेक अन्य देवी-देवताओं के मंत्रों की बात कर रहे हैं।

मंत्रों का सीधा प्रभाव

ये मंत्र हमें आध्यात्मिक ऊर्जा में सुधार करने में मदद करते हैं। जब हम इन मंत्रों को जापते हैं, तो हमारा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य सुधरता है और हमें शांति का अहसास होता है।

मंत्रों का उपयोग और उपासना

इन मंत्रों को नियमित रूप से जापने से हम अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देख सकते हैं। यदि आप ध्यान से इन मंत्रों की उपासना करते हैं, तो आप जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

पुखराज चांदी में पहनना चाहिए

                                      मंत्र                                                                                                                                                            1. श्री गणेश जी मंत्र (Shri Ganesh ji Mantra)

वक्रतुंड महाकाय,
सूर्य कोटि समप्रभ
निर्विघ्नम कुरू मे देव,
सर्वकार्येषु सर्वदा !!

2. श्री महादेव जी (Shri Mahadev ji Mantra)

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे,
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ,
उर्वारुकमिव बन्धनान्,
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् !!

3. श्री हरि विष्णु मंत्र (Shri hari Vishnu Mantra)

मङ्गलम् भगवान विष्णुः,
मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः,
मङ्गलाय तनो हरिः॥

4. श्री ब्रह्मा जी मंत्र (Shri Brahma ji Mantra)

ॐ नमस्ते परमं ब्रह्मा,
नमस्ते परमात्ने ।
निर्गुणाय नमस्तुभ्यं,
सदुयाय नमो नम:।।

5. श्री कृष्ण मंत्र (Shri Krishna Mantra)

वसुदेवसुतं देवं,
कंसचाणूरमर्दनम्।
देवकी परमानन्दं,
कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम।

6. श्री राम मंत्र (Shri Ram Mantra)

श्री रामाय रामभद्राय,
रामचन्द्राय वेधसे ।
रघुनाथाय नाथाय,
सीताया पतये नमः !

7. मां दुर्गा मंत्र (Maa Durga Mantra)

ॐ जयंती मंगला काली,
भद्रकाली कपालिनी ।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री,
स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु‍ते।।

8. मां महालक्ष्मी मंत्र (Maa Mahalakshmi Mantra)

ॐ सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो,
धन धान्यः सुतान्वितः ।
मनुष्यो मत्प्रसादेन,
भविष्यति न संशयःॐ ।

9. मां सरस्वती मंत्र (Maa Saraswati Mantra)

ॐ सरस्वति नमस्तुभ्यं,
वरदे कामरूपिणि।
विद्यारम्भं करिष्यामि,
सिद्धिर्भवतु मे सदा ।।

10. मां महाकाली मंत्र (Maa Mahakali Mantra)

ॐ क्रीं क्रीं क्रीं,
हलीं ह्रीं खं स्फोटय,
क्रीं क्रीं क्रीं फट !!

11. श्री हनुमान जी मंत्र (Shri Hanuman ji Mantra)

मनोजवं मारुततुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं,
श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥

12. श्री शनिदेव जी मंत्र (Shri Shanidev Ji Mantra)

ॐ नीलांजनसमाभासं,
रविपुत्रं यमाग्रजम ।
छायामार्तण्डसम्भूतं,
तं नमामि शनैश्चरम् ||

13. श्री कार्तिकेय जी मंत्र (Shri Kartikeya Ji Mantra)

ॐ शारवाना-भावाया नम:,
ज्ञानशक्तिधरा स्कंदा ,
वल्लीईकल्याणा सुंदरा।
देवसेना मन: कांता,
कार्तिकेया नामोस्तुते ।

14. काल भैरव जी मंत्र (Kaal Bhairav ji Mantra)

ॐ ह्रीं वां बटुकाये,
क्षौं क्षौं आपदुद्धाराणाये,
कुरु कुरु बटुकाये,
ह्रीं बटुकाये स्वाहा।

15. गायत्री मंत्र (Gayatri Mantra Mantra)

ॐ भूर्भुवः स्वः,तत्सवितुर्वरेण्यम्
भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥

बीज मंत्र :

हमने देवी-देवताओं के बीज मंत्रों के महत्वपूर्ण लाभों की चर्चा की है। इन मंत्रों का नियमित जप करके हम अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं और आत्मा को ऊर्जित बना सकते हैं।

परमपिता परमेश्वर की कृपा से इस संसार में हर जीव की उत्पत्ति बीज के द्वारा होती है। इस लेख में, हम जानेंगे देवी-देवताओं के बीज मंत्रों के महत्व को और उनके उच्चारण से होने वाले लाभों को।

हिन्दू धर्म में सभी देवी-देवताओं के सम्पूर्ण मन्त्रों को बीज मंत्र कहा जाता है। सभी वैदिक मंत्रों का सार बीज मंत्रों को माना गया है, और सबसे बड़ा बीज मंत्र “ॐ” है।

देवी-देवताओं के बीज मंत्र और उनके लाभ :

1. भगवान श्री गणेश का बीज मंत्र ‘गं’

इस मंत्र के नियमित जप से बुद्धि का विकास होता है और घर में धन संपदा की वृद्धि होती है।

2. भगवान शिव का बीज मंत्र ‘ह्रौं’

भोलेनाथ अतिशीघ्र प्रसन्न होते हैं इस मंत्र के जप से, और रोग आदि से छुटकारा मिलता है।

3. भगवान श्री विष्णु का बीज मंत्र ‘दं’

इस मंत्र के जप से जीवन में हर प्रकार के सुख और एश्वर्य की प्राप्ति होती है।

4. भगवान श्री राम का बीज मंत्र ‘रीं’

शुरू में प्रयोग करने से मंत्र की प्रबलता और भी अधिक होती है और दुखों को हरने में सक्षम है।

5. हनुमान जी का बीज मंत्र ‘हं’

इस मंत्र का उच्चारण आपके सभी दुखों को हरने में सक्षम है और फल प्रदान करता है।

6. भगवान श्रीकृष्ण का बीज मंत्र ‘क्लीं’

इस मंत्र का उच्चारण अकेले भी किया जा सकता है और वैदिक मंत्र के साथ भी इसका प्रयोग किया जा सकता है।

7. माँ दुर्गा का बीज मंत्र ‘दूं’

इस मंत्र का उच्चारण भय, ऊपरी बाधाओं, शत्रुओं से छुटकारा दिलाता है और रक्षा करता है।

8. माँ काली का बीज मंत्र ‘क्रीं’

यह मंत्र भय, ऊपरी बाधाओं से छुटकारा दिलाता है और लाभ प्रदान करता है।

9. देवी लक्ष्मी का बीज मंत्र ‘श्रीं’

इस मंत्र का जप घर में धन-सम्पति की वृद्धि हेतु अत्यंत प्रभावी है।

10. माँ सरस्वती का बीज मंत्र ‘ऐं’

इस मंत्र का जप विद्या को बढ़ावा देता है और बौद्धिक कार्यों में सफलता प्रदान करता है।

                                                         

 

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