कलावा :हाथ में कलावा बांधने के फायदे

कलावा हाथ में बांधने के फायदे:

कलावा हिन्दू धर्म के DNA मे हे , कलावा बांधने के कई फायदे हे , वो आगे चर्चा करते हे| कलावा को कई लोग हल्के मे ले लेते हे , लेकिन अकेला कलावा ही आपको कई फायदे प्रदान करता हे |
कलावा एक पारंपरिक हिन्दू रीति है जिसमें व्यक्ति अपने हाथों में एक प्रकार की सूत्र या रक्षा बांधता है। इसे विशेष अवसरों जैसे कि पूजा, व्रत, शुभ मुहूर्त या त्योहारों पर बांधा जाता है। कुछ महत्वपूर्ण फायदे निम्नलिखित
हैं:

  1. धार्मिक संबंध: KLAWA को हिन्दू धर्म में एक पवित्र परंपरागत पद्धति माना जाता है। इसे धार्मिक उपासना, पूजा, व्रत, और यज्ञों में सम्मिलित किया जाता है और इसे ईश्वर और भगवान की कृपा का प्रतीक माना जाता है।
  2. शुभता की रक्षा: कलावा को शुभ और सुरक्षितता का प्रतीक माना जाता है। इसे अच्छे भविष्य, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति के लिए एक प्रेरणा स्रोत के रूप में भी देखा जाता है।
  3. सामाजिक महत्व: KLAWA को समाज में एक श्रेष्ठता के प्रतीक के रूप में भी माना जाता है। इसे परिवारिक सामंजस्यिक संबंधों को मजबूत करने और समृद्धि को बढ़ावा देने का सिंबॉल माना जाता है
  4. आरोग्य का लाभ: कुछ लोग मानते हैं कि कलावा बांधना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है। यह धार्मिक उपासना और मेधावीता को बढ़ावा देने के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को स्थिर रखने में मदद कर सकता है।
  5. सूर्य मजबूत होता हे, अगर आप KLAWA बांधते हे , तो आपका सूर्य मजबूत होता हे , आपको माणिक पहनने की जरूरत नहीं परती | धीरे धीरे ही सही कलावा आपका सूर्य मजबूत कर देगा |
  6. KLAWA का एक और बहुत ही powerfull फायदा हे ,ये फायदा कोई और रत्न और मंत्र नहीं देता हे ,वो हे फालिश मारना , जिसे बोलते palsy होना , उस चीज से ये रक्षा करता हे , आपको कलावा पहनने से palsy की संभावना कम् हो जाती हे , या ऐसा कहे की फालिश मारने का जितना असर होना चाहिए ,उतना नहीं होता हे , आपके शरीर का नुकसान कम होता हे |

 

कलावा
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कलावा किस दिन बांधना चाहिए :

ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि KLAWA को हाथ में बांधने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। हाथ में KLAWA बांधते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना शुभ हो सकता है | पहली बात ये हे , की KLAWA आप को पन्डिट जी ही बँधवाना हे , वो भी जब पूजा पाठ घर मे हो तब , और भी चीजे हे :

  1. मुख्य हाथ:KLAWA को मुख्य हाथ में बांधना शुभ माना जाता है। आमतौर पर यह हाथ व्यक्ति के दाहिने हाथ को कहा जाता है।
  2. मुहूर्त: व्यक्ति को शुभ मुहूर्त में ही KLAWA बांधना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में विशेष मुहूर्तों को उत्तम माना गया है, इसलिए उनका पालन करना शुभ होता है।
  3. मंगलवार और शनिवार: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कलावा को मंगलवार और शनिवार के दिन ही बांधना शुभ माना जाता है।, KLAWA मंगलवार या शनिवार के दिन ही उतारा जा सकता है। इसी दिन, इसी समय नया कलावा धारण करना भी उत्तम होता है। यह दिन ब्रह्मा, विष्णु, और महेश की कृपा को आमंत्रित करता है और भक्तों के जीवन में मंगल की बनाए रखने का कारगर तरीका हो सकता है।
  4. पूर्वाभासी होना: यदि कोई व्यक्ति किसी शुभ घड़ी में अपने हाथ में KLAWA बांधता है, तो इसे पूर्वाभासी माना जाता है और इसे शुभ माना जाता है।
  5. कलावा की रंग सही होना: KLAWA का रंग भी महत्वपूर्ण है। यह शुभ और सात्विक रंगों में होना चाहिए, जैसे कि लाल या पीला।

हाथ मे कलावा बांधने के मंत्र:

KLAWA बांधने का सही तरीका जानना महत्वपूर्ण है ताकि आपकी पूजा सही और प्रभावशाली हो। नए KLAWA को उतारने से पहले, पूजारी को ध्यान से मंत्र का जाप करना चाहिए ताकि भगवान की कृपा बनी रहे। साथ ही, धरती पर बैठकर सभी दिशाओं की ओर दृष्टि देना भी महत्वपूर्ण है।
KLAWA बांधना एक प्राचीन हिन्दू परंपरा है जो समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति के लिए की जाती है। इस क्रिया के समय, ‘ॐयेन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः, तेन त्वां मनुबध्नामि, रक्षंमाचल माचल’ मंत्र का जाप करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह अद्वितीय मंत्र एक शक्तिशाली प्रार्थना है जो भगवान विष्णु की कृपा को आमंत्रित करती है।
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कलावा
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महिलाओं को कलावा किस हाथ में बांधना चाहिए :

KLAWA बांधना एक ऐसा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक प्रतीक है जो पुरुषों और कुंवारी लड़कियों के लिए एक श्रेष्ठता स्थापित करता है, जबकि विवाहित महिलाओं के लिए यह खासकर सुख और समृद्धि की ओर इशारा करता है। इस अनूठे संस्कृतिक अंग के साथ जीवन रूपी यात्रा पर निरंतर बढ़ते हुए, हम अपने समृद्धि और समृद्धि के मार्ग में एक सुखद साथी के साथ आगे बढ़ सकते हैं।
कलावा बांधना, जो पुरुषों और कुंवारी लड़कियों के लिए दाहिने हाथ में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके साथ ही, विवाहित महिलाओं का बांए हाथ में कलावा बांधना भी एक शुभ संकेत माना जाता है।

कलावा बांधने का तरीका :

KLAWA बांधते समय आपको ध्यान देना हे और ये जरूरी भी हे , पन्डिट जी का ध्यान कभी कभी इस चीज नहीं जाता , इसलिए ये बात आपको याद रखना हे ,
जब आप KLAWA बँधवाते हे ,तो आपको एक बात याद रखनी हे , पहले तो अपने सर पे रुमाल या टोलिया या गमझा रख लेना हे , फिर आपको जिस हाथ पे KLAWA बँधवाना हे , उस हाथ पे कम से कम 11 रुपये रख लेना हे , फिर आपको KLAWA बँधवाना हे , फिर वो पेसे पन्डिट जी को दे कर पाव छु कर आर्शीवाद ले लेना हे |

कलावा कितनी बार बांधा जाता हे :

कलावा को अगर पन्डिट जी बाँधेंगे तो उन्हे तो खेर पता हे , कई KLAWA कितनी बार बांधा जाता हे , अगर आपको खुद बांधना हे तो दिन तो आपको पता ही हे | समय सुबह ले लो सुबह पूजा पाठ कर के हाथ मे 3 , 5 बार बांध लो , इससे ज्यादा बांधकर भी क्या करोगे ,इतने मे भी KLAWA अपना काम करता रहेगा |

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