नाखून पर अर्धचन्द्र : नाखून ज्योतिष के हिसाब से जाने अपना भविष्य

नाखून ज्योतिष :

नाखून ज्योतिष एक परंपरागत ज्योतिष विद्या नहीं है, लेकिन कई लोग मानते हैं कि नाखूनों का आकार, रंग, चिन्ह, और उनकी स्थिति से व्यक्ति के भविष्य का पता चलता है। इस प्रकार की ज्योतिष विशेषता को “नाखून ज्योतिष” कहा जाता है, जिसमें विभिन्न नाखूनों के विशेष लक्षणों का अनुसरण करके व्यक्ति का भविष्य बताया जाता है।

नाखून पर अर्धचन्द्र कुछ लोग नाखूनों की चांदी या तांबे के रंग, नाखूनों के उच्चतम बिंदु (apex), नाखूनों का आकार और आकृति, नाखूनों पर कई तरह के चिन्ह, और नाखूनों की सजीवता आदि के माध्यम से व्यक्ति के जीवन का मूल्यांकन करते हैं।

नाखून पर अर्धचन्द्र को देखकर भी पता चल सकता हे , की आपका अभी क्या चल रहा हे , और आगे भविष्य क्या होने वाला हे , इसके लिय आपको कई तरह से नाखून को देखकर आपको पता करना पड़ेगा , की ज्योतिष के हिस्साब से भी और मेडिकल के हिसाब से भी

नाखून पर अर्धचन्द्र
नाखून पर अर्धचन्द्र

नाखून से व्यक्ति की पहचान:

नाखून की रंगत और व्यक्तित्व

जैसा कि हम जानते हैं, नाखूनों की रंगत और छाया व्यक्ति के व्यक्तिगत और आत्मिक स्वास्थ्य का प्रतिबिम्ब होता है। पीले नाखून वाले व्यक्ति अक्सर काम भावना की कमी से गुजरते हैं और इसका असर उनके वैवाहिक जीवन पर भी होता है। इनके साथी को इससे कई समस्याएं हो सकती हैं, जो उनके बीच तनाव और असमंजस का कारण बन सकती हैं।

नाखूनों की शेप और धन का संबोधन

टेढ़े-मेढ़े नाखून और रेखा युक्त नाखून वाले व्यक्ति के पास अक्सर धन की कमी होती है। इन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, जो उनके लाइफस्टाइल को प्रभावित करता है। इससे उनकी वित्तीय स्थिति पर असर हो सकता है और वे अपने लक्ष्यों को हासिल करने में मुश्किलों का सामना कर सकते हैं।

नाखूनों की ऊँचाई और सफलता का संकेत

उठे हुए, चिकने, और चमकदार नाखूनों वाले व्यक्ति अक्सर भाग्यशाली होते हैं और उच्च स्तर के पदों पर काम करने में सक्षम होते हैं। इस तरह के नाखून साकारात्मक ऊर्जा और सफलता का प्रतीक हो सकते हैं, जो व्यक्ति को उनके करियर में आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।

नाखूनों के चिन्ह और व्यक्तिगत जीवन

धारियों से युक्त नाखूनों वाले व्यक्ति अक्सर उदास और निराश होते हैं। इन्हें विवेक की कमी हो सकती है, जिससे वे छोटी बातों पर परेशान हो जाते हैं और अधिक चिंता करते हैं। यह उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को प्रभावित कर सकता है।

नाखून की चिन्हों से प्रेम जीवन का संकेत

अंगूठे के नाखून पर काला धब्बा होना एक रोमांटिक संबंध में अस्तित्व के साथ जुड़ा हो सकता है। इस चिन्ह का मतलब है कि व्यक्ति प्रेम में अंधा हो गया है और उसे धोखा मिला है। इस पर्सन व्यक्ति के साथी के प्रति आत्म-समर्पण में कमी महसूस कर सकता है और उसके प्रति आत्म-सुरक्षा की आवश्यकता हो सकती है।

इस प्रकार, नाखूनों के रूप, आकार, और रंग को समझकर हम अपने साथी के बारे में और भी अधिक जान सकते हैं और उनके साथ संबंध मजबूती से बना सकते हैं।

नाखून पर अर्धचन्द्र
नाखून पर अर्धचन्द्र

नाखून पर अर्धचन्द्र:

नाखून पर अर्धचन्द्र होना कई शुभ संकेत की पहचान दिलाता हे , जब किसी व्यक्ति के अंगुली के नाखून के मूल में अर्धचंद्र जैसा सफ़ेद निशान दिखाई देता है, तो यह एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण चिन्ह होता है जो उसके आर्थिक संपत्ति के प्रति शुभ संकेत के रूप में जाना जाता है।

धन-संपत्ति की वृद्धि का चिन्ह

इस विशेष निशान को देखकर हम व्यक्ति के आर्थिक स्थिति के संबंध में अनेक भविष्यवाणियाँ कर सकते हैं। अंगुली के नाखून के मूल में अर्धचंद्र जैसा सफ़ेद निशान दिखना एक सकारात्मक शुभ संकेत हो सकता है, जिसे हम आर्थिक समृद्धि के रूप में देख सकते हैं।

व्यापार में सफलता

इस चिन्ह के धारी व्यक्ति को अक्सर व्यापार में भी सफलता हासिल होती है। उन्हें आर्थिक दृष्टि से बुद्धिमानी और सूचना की क्षमता होती है, जिससे वे अपने व्यापार में सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँच सकते हैं।

 

इस निशान के धारी का सामाजिक दृष्टि से भी फायदा होता है। ऐसे व्यक्ति को समाज में उच्च स्थान मिलता है और उनका सामाजिक परिचय मजबूत होता है, जिससे उन्हें नए और बेहतर संबंध बनाने में सहारा मिलता है।यह निशान व्यक्ति को आर्थिक सुरक्षा और वित्तीय विकास की दिशा में मदद कर सकता है। उन्हें अच्छे निवेश के लिए सही निर्णय लेने की क्षमता होती है, जिससे उनका धन बना रहता है और वे आर्थिक रूप से स्थिर रहते हैं।इस निशान के आसपास के रहस्यों को जानने के लिए, हमें इसे सिर्फ एक चिन्ह ही नहीं, बल्कि एक अद्भुत संकेत के रूप में देखना चाहिए, जो हमें आर्थिक सफलता की दिशा में मार्गदर्शन कर सकता है।

नाखून पर अर्धचन्द्र
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नाखून काटकर कहां फेंकना चाहिए:


नाखून को काटकर कहीं भी न फेंकने का एक पुराना परंपरागत अनुष्ठान है जो कई लोगों के बीच प्रचलित है। इस अनुष्ठान में विश्वास किया जाता है कि नाखूनों को अवश्य एक स्थान पर दफन करना चाहिए ताकि इससे किसी प्रकार का अनिष्ट न हो।

नाखून और उनका महत्व

नाखूनों को काटने का समय और तरीका हमारे सामाजिक सांस्कृतिक में अहम भूमिका निभाता है। यह एक विशेष प्रकार की पूजा और सामाजिक आदतों का हिस्सा बन गया है जिसमें नाखूनों को समर्पित किए जाते हैं।

इस परंपरा के अनुसार, शुक्रवार के दिन नाखूनों को काटकर उन्हें बरगद के पेड़ की जड़ में गड़ा देने से अनेक शुभ प्रभाव होते हैं। बरगद का पेड़ हिन्दू धर्म में साक्षात् विष्णु भगवान के पूजनीय स्थलों में से एक माना जाता है और इसकी जड़ भी पूजनीय मानी जाती है।

विशेष तिथि और समय

यह परंपरा विशेषकर हिन्दू कैलेंडर के अनुसार होती है, जहां शुक्रवार को विष्णु भगवान का दिन माना जाता है। इस दिन नाखूनों को बरगद की जड़ में गड़ा देने से कहा जाता है कि विशेष प्रकार की सुरक्षा और शुभता होती है।

इस स्थिति में यदि आपके घर के आसपास बरगद का पेड़ नहीं है, तो आप अपने नाखूनों को किसी भी पेड़ की जड़ में लगा सकते हैं जिससे आप इस परंपरा का पालन कर सकते हैं।

नाखून पर अर्धचन्द्र
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नाखून किस दिन काटना चाहिए:

1. बुधवार – धन और तरक्की का प्रतीक:

बुधवार के दिन नाखून काटने का अनुष्ठान में महत्वपूर्ण स्थान है। इस दिन को विशेष रूप से धन और तरक्की के लिए शुभ माना जाता है। विश्वास किया जाता है कि इस क्रिया से व्यक्ति को आर्थिक लाभ होता है और उसके पास नए और सफल विकास के रास्ते खुलते हैं। धन में वृद्धि होने के साथ-साथ, व्यापार में भी बढ़ोतरी होती है।

2. शुक्रवार – मां लक्ष्मी की कृपा का दिन:

शुक्रवार को नाखून काटने का सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन को मां लक्ष्मी के पूजन के लिए विशेष महत्वपूर्ण माना गया है। यह एक धार्मिक अनुष्ठान है जिसमें विशेष रूप से नाखून काटने का समय माना गया है। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और व्यक्ति को आर्थिक और सामाजिक सृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इसके प्रभाव से जीवन में धन-दौलत, समृद्धि, और सौंदर्य में वृद्धि होती है।

इस प्रकार, बुधवार और शुक्रवार को नाखून काटने में दिया जाने वाला विशेष महत्व हमारे सामाजिक और आर्थिक जीवन के अंग में एक सांस्कृतिक और धार्मिक पहलू को दर्शाता है। यह विश्वास है कि इस क्रिया के माध्यम से हम आर्थिक संपन्नता की ओर अग्रसर होते हैं और अपने जीवन को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँचाते हैं।

नाखून किस दिन नहीं काटना चाहिए :

1. मंगलवार – कर्ज और आर्थिक संबंधों का ध्यान रखें:

मंगलवार को नाखून काटने से बचने की सलाह दी जाती है। इस दिन को विशेष रूप से धन से जुड़ी समस्याओं के लिए मनाही का दिन माना जाता है। इस दिन नाखून काटने से कहा जाता है कि कर्ज बढ़ता है और आर्थिक स्थिति में असुरक्षा हो सकती है। विशेषकर हनुमान जी के व्रत रखने वालों को इस दिन नाखून काटने से बचना चाहिए।

2. गुरुवार – वैवाहिक संबंधों का महत्वपूर्ण दिन:

गुरुवार को भी नाखून काटने से निवृत्ति की जाती है। इस दिन को विशेष रूप से वैवाहिक संबंधों में मनमुटाव या असुरक्षा के लिए अनुष्ठानिकता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। गुरुवार के दिन नाखून काटने से यह अनुभव किया जाता है कि संबंधों में सुधार होता है और विवाहित जीवन में समृद्धि आती है।

शनिवार को भी बचना चाहिए

वेदों और ज्योतिष शास्त्र में शनिवार को नाखून काटने को लेकर विशेष ध्यान दिया जाता है। इस दिन को शनिदेव का दिन माना गया है, और शास्त्रों में माना जाता है कि इस दिन नाखून काटने से शनि देव नाराज होते हैं। इससे शनि देव के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है और जीवन में विभिन्न प्रकार की कठिनाईयाँ उत्पन्न हो सकती हैं।

विशेषकर उन व्यक्तियों के लिए जिनकी कुंडली में शनि कमजोर है, उन्हें शनिवार के दिन नाखून काटने से बचना चाहिए। शनि के कमजोर होने पर ऐसा करने से वे विभिन्न मानसिक और शारीरिक कष्टों का सामना कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप धन की हानि भी हो सकती है और व्यक्ति अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

शनिवार को एक विशेष पूजा विधि के साथ नाखून काटने से बचने का सुझाव दिया जाता है। व्यक्ति को अपने आचार्य या धार्मिक गुरु से संपर्क करके इस अनुष्ठानिकता की सही विधि का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए।

 

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