गोमेद रत्न के फायदे और नुकसान : क्या हे गोमेद ? आइए जानते हे ——
ज्योतिष शस्त्र मे रत्न बहुत महत्वपूर्ण होते हे | Gomed Stone Benefits Astrology हमारे कमजोर ग्रहों को मजबूत करने के लिय हमे रत्नों का सहारा लेना पड़ता हे | इस लेख मे हम गोमेद रत्न के फायदे और नुकसान के बारे मे बात करेंगे | वो रत्न जो कुछ हद तक नीलाम जितना ही खतरनाक होता हे |
गोमेद को वैदिक ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण रत्न माना जाता है। इसे राहु ग्रह का रत्न माना जाता है और यह धार्मिक और आर्थिक सुख-समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
असल मे होता क्या हे की नीलाम और गोमेद मे फर्क इतना होता हे की नीलाम रत्न मे शनिदेव उतना नुकसान नहीं पहुचाते जितना नीलाम रत्न नुकसान करता हे |
गोमेद रत्न मे राहूदेव जितना नुकसान करते हे उतना गोमेद रत्न नुकसान नहीं पहुचाता हे |
मगर जब आप इन रत्नों को पहनते हे तब वो नुकसान पहुचाते हे | तब उन ग्रहों के प्रभाव से आपको फल मिलता हे | इसलिय रत्न हमेशा कुंडली दिखा कर ही पहनना चाहिए | क्युकी आपको नहीं पता होता की आपका ग्रह किस घर मे मोजूद हे |
गोमेद रत्न राहू देव रत्न होता हे | गोमेद रत्न आपको कई रंग के मिल जाएंगे | मगर असली गोमेद रत्न गाय के पिसाब की तरह मतलब पीला होता हे | पारदर्शी होता हे साफ और चमलीला होता हे | देखने मे बहुत सुंदर रत्न दिखता हे गोमेद |
गोमेद रत्न 15 से 30 दिन में असर दिखाता है। गोमेद रत्न को वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और कुंभ राशि वालों के लिए धारण करना शुभ होता है।
सलोनी गोमेद के फायदे : गोमेद रत्न के फायदे ———
गोमेद रत्न का धारण करना न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि यह व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य और आध्यात्मिक विकास में भी मदद करता है। इस लेख में, हम गोमेद रत्न के धारण करने के लाभों पर विचार करेंगे।
गोमेद रत्न धारण करने से न केवल आपकी आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि आपकी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता भी बढ़ती है।
गोमेद रत्न पहनने से व्यक्ति में आत्मविश्वास और साहस का अनुभव होता है। यह उन्हें भय, चिंताओं, और आत्म-संदेह को नियंत्रित करने में मदद करता है।
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गोमेद रत्न धारण करने से मानसिक स्पष्टता में सुधार होता है जिससे व्यक्ति की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है।
गोमेद रत्न पहनने से व्यक्ति के रिश्ते में संतुलन हासिल होता है और सामाजिक संबंधों में सुधार होता है।
गोमेद रत्न के धारण करने से व्यक्ति के जीवन में वित्तीय स्थिति में सुधार होता है और उनके पेशेवर जीवन में सफलता प्राप्त होती है।
गोमेद रत्न पहनने से व्यक्ति के संचार कौशल और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है।
गोमेद रत्न के धारण से शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है, जैसे कि प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना और श्वसन प्रणाली से संबंधित बीमारियों को कम करना।
राहू के बुरे प्रभाव को कम करने के लिय भी गोमेद पहना जाता हे | मगर तब भी आप गोमेद पहने तो कुंडली दिखा कर पहने |
कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है | अगर आपकी कुंडली मे कालसर्प का योग बन रहा हे तब तो आप गोमेद पहन सकते हे |
गोमेद रत्न के नुकसान : इस रत्न के नुकसान भी बहुत हे —–
गोमेद रत्न के नुकसान के बारे मे बात करते हे अब | गोमेद रत्न के फायदे बहुत हे मगर अभी गोमेद क्या क्या नुकसान कर सकता हे उसके बारे मे बात कर लेते हे |
गोमेद रत्न अगर आपको सूट न करे तो आपको पगलखाने तक भी पहुचा सकता हे | आपके दिमाग को नुकसान कर सकता हे
आपको को जुआ , सत्ता , स्टॉक मार्केट की आदत लगवा कर आपको बर्बाद कर सकता हे |
गोमेद रत्न सूट न करने पे आपकी आर्थिक स्थिति को बिगार सकता हे |
गोमेद रत्न सूट न करने पे आपके समाज मे मान – सम्मान को भी नुकसान पहुचा सकता हे |
गोमेद रत्न आपको कंगाल भी बना सकता हे | आपकी नोकरी तक को नुकसान पहुचा सकता हे | आपकी नोकरी भी खतरे मे पर सकती हे |
गोमेद रत्न किसे नहीं पहनना चाहिए : ( gomed stone kon nahi pahan sakta hai ) –
- मेष राशि: गोमेद रत्न को मेष राशि के लोग नहीं पहनना चाहिए। यह राशि राहु के प्रभाव को अधिक बढ़ा सकती है।
- कर्क राशि: कर्क राशि के लोगों को भी गोमेद रत्न नहीं पहनना चाहिए। इससे उनकी धन संबंधी स्थिति पर अनियंत्रित प्रभाव पड़ सकता है।
- सिंह राशि: यह राशि भी गोमेद रत्न को धारण नहीं करनी चाहिए क्योंकि राहु के प्रभाव को इससे बढ़ाया जा सकता है।
- वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के लोगों को भी गोमेद रत्न से बचना चाहिए। यह रत्न उनके जीवन में अनियंत्रित परिवर्तन ला सकता है।
- धनु राशि: गोमेद रत्न को धनु राशि के लोगों को भी नहीं पहनना चाहिए। इससे उनकी स्थिति अस्थिर हो सकती है।
- मकर राशि: मकर राशि के लोगों को भी इस रत्न से दूर रहना चाहिए। इसका प्रभाव उनके कार्यक्षेत्र में अव्यवस्था ला सकता है।
- मीन राशि: गोमेद रत्न को मीन राशि के लोगों को नहीं पहनना चाहिए। इससे उनके आत्मिक संतुलन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
कुंडली में राहु अगर इस स्थिति मे हो तो भी गोमेद नहीं पहना जाता ——–
- 5वें स्थान पर: जिन लोगों की कुंडली में राहु 5वें स्थान पर हो, उन्हें गोमेद रत्न नहीं पहनना चाहिए। यह रत्न उनके शिक्षा और पढ़ाई के क्षेत्र में बाधक हो सकता है।
- 8वें स्थान पर: राहु का 8वें स्थान में होने पर भी गोमेद रत्न का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। यह रत्न अनियंत्रित ताकतों को बढ़ा सकता है।
- 9वें स्थान पर: 9वें स्थान में राहु के होने पर भी गोमेद रत्न का प्रयोग विलम्बित करना चाहिए। यह रत्न धार्मिक और आध्यात्मिक अनियंत्रितता ला सकता है।
- 11वें स्थान पर: 11वें स्थान में राहु के होने पर भी गोमेद रत्न का प्रयोग अविश्वसनीय है। यह रत्न वित्तीय संबंधों में अस्थिरता ला सकता है।
- 12वें स्थान पर: राहु का 12वें स्थान में होने पर भी गोमेद रत्न को धारण नहीं किया जाना चाहिए। यह रत्न मानसिक स्वास्थ्य पर असारकारी प्रभाव डाल सकता है।
गोमेद रत्न किस दिन धारण करना चाहिए : रत्न को हमेशा अच्छे दिन ही धारण करे —–
गोमेद रत्न को हमेशा शनिवार को ही पहने | शुक्रवार को आप गोमेद की अंगूठी लाए | ध्यान रहे आपको गोमेद अच्छा वाला लेना हे | गोमेद का रंग गोमूत्र के समान होने चाहिए और गोमेद साफ सुथरा होना चाहिए | बीच मे कोई दाग धब्बा नहीं होना चाहिए |
गोमेद रत्न किस उंगली में पहनना चाहिए : Gomed Stone Benefits Astrology
गोमेद रत्न को हमेशा शनि की उंगली मे पहने | मतलब हाथ मे बीच वाली मे पहने | गोमेद रत्न को चांदी, अष्टधातु या पंचधातु में पहनना सबसे शुभ माना जाता है।
गोमेद को आप उलटे हाथ मे पहने | मतलब उलटे हाथ की बीच वाली उंगली मे पहने तो और भी ज्यादा फायदा पहुचाता हे |
गोमेद रत्न पहनने की विधि : Gomed Stone Benefits Astrology ——
गोमेद रत्न को आप शुक्रवार को लाइये | पहले तो आप एक गोमेद की अंगूठी बनवा लीजिए | उसके बाद उसे शुक्रवार के दिन रात मे एक कटोरे मे दूध , शहद , गंगाजल को डाल के मिला ले | फिर गोमेद की अंगूठी को उस कटोरे मे डाल के अगली सुबह नहा धोकर उस अंगूठी की पूजा करनी हे |
उसके बाद साफ़ कपड़े से अंगूठी को पोछ लें और 108 बार ‘ऊँ रां राहवे नमः’ मंत्र का जाप करें. उसके बाद आपको उस अंगूठी को मंदिर मे ही रहने दे | क्युकी गोमेद रत्न राहू का रत्न हे | तो आपको गोमेद रत्न को रात मे पहनना हे |
गोमेद और नीलम रत्न को दिन मे नहीं रात मे पहना जाता हे | आप सायं होने के बाद कभी भी इस रत्न को पहन ले |
गोमेद का असर कितने दिनों में होता है? : Gomed Stone Benefits Astrology —-
गोमेद रत्न 4 साल तक सक्रिय रहता हे | मतलब की अगर आप ये पूछे की ” गोमेद रत्न का असर कितने दिनों तक रहता हे “ तो इसका जवाब हे 4 साल तक | उसके बाद आप इस रत्न को नदी मे बहा कर दूसरा रत्न पहन ले | क्युकी इसका असर इतने दिनों तक ही रहता हे |
गोमेद रत्न price : Gomed Stone Benefits Astrology ———
गोमेद रत्न बहुत तरह के मिलते हे | लेकिन सबसे अच्छा गोमेद सलोन का गोमेद होता हे | एकदम खूबसूरत सा चमकदार गयु मूत्र की तरह दिखने वाला गोमेद | सबसे अच्छा गोमेद का रंग गोमूत्र की तरह होता हे | रक दम पारदर्शी होता हे | चमकदार होता हे |
आपको हमेशा गोमूत्र की तरह दिखने वाले गोमेद को लेना हे | जो थोड़ा महंगा आता हे | तब भी आपको गोमेद 200 -250 रत्ती मिल जाना चाहिए | वेसे गोमेद काले रंग के भी मिलते हे | जितना काला गोमेद उतना सस्ता गोमेद होता हे | गोमेद रत्न का price हद से हद 300 रुपये रत्ती तक जानी चाहिए | क्युकी गोमेद इतना भी महंगा नहीं आता जितना नीलम रत्न आता हे |
“गोमेद रत्न के लाभ” पर यह आर्टिकल मुझे बहुत पसंद आया। इसमें गोमेद रत्न के विभिन्न लाभों को विस्तार से व्याख्या किया गया है, साथ ही, आर्टिकल ने गोमेद रत्न के उपयोग की सही विधि और इसे धारण करने के मार्गदर्शन का भी वर्णन किया है। यह आर्टिकल उन लोगों के लिए बहुत ही सराहनीय है जो गोमेद रत्न के विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं।